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उत्तर-पूर्वी दिल्ली के हिंसाग्रस्त इलाके में गोकलपुरी स्थित गंदे नाले से पांच लाशें मिल चुकी हैं। अब उसकी सफाई का काम तीन जेसीबी मशीनों से शुरू किया गया है। इतनी लाशें मिलने के बाद इलाके के लोग इसे मौत के नाले के नाम से पुकारने लगे हैं। जेसीबी मशीनें नगर निगम व पुलिस की टीम ने लगाई हैं। पुलिस के साथ स्थानीय लोगों को संदेह है कि हिंसा के दौरान कई बेकसूरों को दंगाइयों ने मारकर नाले में फेंक दिया था।
गोकलपुरी के पास के इस नाले में ही आईबी स्टाफर अंकित का शव मिला था। इसके बाद इस नाले से एक के बाद एक लाशें मिलने लगीं। इनकी संख्या अब तक 5 हो चुकी है। इसके बाद प्रशासन ने नाले को खंगालने का फैसला किया गया। पुलिस टीमें नाले में लगातार सर्च ऑपरशेन चला रही है। आठ किलोमीटर में बह रहे इस नाले को जगह-जगह खंगाला जा रहा है। हिंसा से सबसे अधिक प्रभावित इलाके इसके किनारे बसे मोहल्ले ही थे। दंगाइयों ने लोगों को मारकर इसमें फेंक दिया था।
हिंसा में मरने वालों की संख्या 48 हुई
उत्तरी-पूर्वी जिले में हुई हिंसा में मरने वालों संख्या बढ़कर 48 हो गई है। सोमवार शाम को जीटीबी अस्पताल में उपचार के दौरान 18 वर्षीय आकिब की मौत हो गई। आकिब को 24 फरवरी को जीटीबी में भर्ती कराया गया था। आकिब के परिजन ने मुश्ताक ने बताया कि 24 फरवरी की शाम आकिब को भजनपुरा में हुई हिंसा में सिर में चोट लगी थी।
इसके बाद उसे जीटीबी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों ने जांच के दौरान बताया था कि आकिब के सिर में खून जम गया है, इसलिए ऑपरेशन होना है और लगातार डॉक्टरों की टीम उसका उपचार कर रही है। उपचार केे दौरान ही सोमवार देर रात आकिब की मौत हुई हो गई। मंगलवार सुबह पोस्टमार्टम के बाद आकिब का शव उसके परिजनों को शव सौंप दिया गया। अब भी 6 शवों की पहचान बाकी है।